नए साल की ढेरो शुभकामनाएं

Posted By Geetashree On 5:38 AM 5 comments

दोस्तों

बस एक सप्ताह और...ब्लाग से दूरी। फिर लौट कर इसी दुनिया में आना है। नीत्शे के बाद टूर शुरु जो अभी तक जारी है...।
सोचा, आप सबको नए साल की शुभकामनाएं देते चले..आप जश्न में डूबे होंगे..मै भी जश्न मना लूं..कहीं दूर..कोलाहल से...जहां प्रकृति की घनेरी छावं हो...पगडंडियां हों..एक नदी हो...घास के मीलो फैले मैदान हो...चिडियों का कलरव हो..सामने पहाड़ हो..जहां से कुंवारी हवाएं आएं..
शहर का शोर शराबा ना हो..मन इतना घबरा गया है यहां से...रोज हाईवे से आते शोर को मैं निगलती हूं हर सांस के साथ..रोज अपनी आवाज कम और टेलीफोन की ज्यादा सुनती हूं...कुछ दिन हो आऊं...जहां मैं खुद को सुन सकूं और इतनी ऊर्जा बटोर सकूं कि आगे एक साल तक जम कर काम कर सकूं..शहर को शोर निगल सकूं...
ये शांति भी कुछ ही दिन अच्छी लगती है..फिर याद आने लगते हैं...यहां का सब कुछ..खासकर लोग बाग..अपने पराए..दोस्त दुश्मन..छल-प्रपंच..इनसे कब तककहां तक भागा जा सकता है..सो लौटकर तो आना ही है..लौटना नियति है..सो मैं भी लौट आऊंगी..इसी ब्लाग पर हमले करने..हमले झेलने...अपनी बात कहने..आपकी सुनने...
तब तक आप लोग जश्न मनाइए...नए नए संकल्प करिए..पुरानी आदतो के साथ नया साल शुरु कीजिए..इस साल भी वही संकल्प दोहराइए जो पिछले कई सालों से दोहराते आ रहे हैं..संकल्प होते ही हैं..दोहराने के लिए..पूरा कर लिया तो क्या मजा...
मैंने तो दस संकल्प लिया है...अगले पोस्ट में बताएंगे..अभी बता दूं तो आप नकल कर सकते हैं..उन पर मेरा अधिकार है..वैसे कोई नया नहीं है..पांच साल से दोहरा रहें हैं...एक भी पूरा नहीं कर पाई...

अंत में मेरे दोस्त ने एक संदेश भेजा है..आप भी पढे...
many people look forword to the new year for a new start on old habits...
आप क्या करने वाले हैं....