दोस्तों
बस एक सप्ताह और...ब्लाग से दूरी। फिर लौट कर इसी दुनिया में आना है। नीत्शे के बाद टूर शुरु जो अभी तक जारी है...।
सोचा, आप सबको नए साल की शुभकामनाएं देते चले..आप जश्न में डूबे होंगे..मै भी जश्न मना लूं..कहीं दूर..कोलाहल से...जहां प्रकृति की घनेरी छावं हो...पगडंडियां हों..एक नदी हो...घास के मीलो फैले मैदान हो...चिडियों का कलरव हो..सामने पहाड़ हो..जहां से कुंवारी हवाएं आएं..
शहर का शोर शराबा ना हो..मन इतना घबरा गया है यहां से...रोज हाईवे से आते शोर को मैं निगलती हूं हर सांस के साथ..रोज अपनी आवाज कम और टेलीफोन की ज्यादा सुनती हूं...कुछ दिन हो आऊं...जहां मैं खुद को सुन सकूं और इतनी ऊर्जा बटोर सकूं कि आगे एक साल तक जम कर काम कर सकूं..शहर को शोर निगल सकूं...
ये शांति भी कुछ ही दिन अच्छी लगती है..फिर याद आने लगते हैं...यहां का सब कुछ..खासकर लोग बाग..अपने पराए..दोस्त दुश्मन..छल-प्रपंच..इनसे कब तककहां तक भागा जा सकता है..सो लौटकर तो आना ही है..लौटना नियति है..सो मैं भी लौट आऊंगी..इसी ब्लाग पर हमले करने..हमले झेलने...अपनी बात कहने..आपकी सुनने...
तब तक आप लोग जश्न मनाइए...नए नए संकल्प करिए..पुरानी आदतो के साथ नया साल शुरु कीजिए..इस साल भी वही संकल्प दोहराइए जो पिछले कई सालों से दोहराते आ रहे हैं..संकल्प होते ही हैं..दोहराने के लिए..पूरा कर लिया तो क्या मजा...
मैंने तो दस संकल्प लिया है...अगले पोस्ट में बताएंगे..अभी बता दूं तो आप नकल कर सकते हैं..उन पर मेरा अधिकार है..वैसे कोई नया नहीं है..पांच साल से दोहरा रहें हैं...एक भी पूरा नहीं कर पाई...
अंत में मेरे दोस्त ने एक संदेश भेजा है..आप भी पढे...
many people look forword to the new year for a new start on old habits...
आप क्या करने वाले हैं....
December 29, 2009 at 6:30 AM
नये साल में भी नहीं बदलेंगे :)
शुभकामनाएं
December 29, 2009 at 5:06 PM
हम नहीं बदलेंगे.. :)
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यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।
हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.
मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.
नववर्ष में संकल्प लें कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
आपका साधुवाद!!
नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
December 29, 2009 at 9:20 PM
नुक्कड़ पर आपकी शुभ कामनाओं की खुशबु फैल गयी है ... आपको भी ढेरों शुभकामनाएं .... सच यही है कि नया साल नयी उम्मीदें लाता है क्यों कि उम्मीदों पर दुनिया कायम है ..
December 30, 2009 at 2:27 AM
मैं तो यह देखने की कोशिश करता हूं कि पिछले एक साल ने मुझे कितना बदला... आपको नववर्ष की शुभकामनाएं।
January 2, 2010 at 8:01 PM
janewale ko vida karo
aanewale ko dulraao
chadhte sooraj ko poojo tum
par viagat ko bhi n bisraao
krishnabihar
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